होली खेले भोलेनाथ लिरिक्स Holi Khele Bholenath Bhajan Lyrics Shiv Bhajan
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे,
हाँ रे होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे,
हाँ हाँ रे होली खेले रे सांचाई रे होली खेले,
भोलेनाथ आयो फागन महीना रे....
भर भर रंग गुलाल होली शंकर जी भी खेले रे,
तो डमरू की ताल पे हाँ डमरू की ताल पे,
गौरा जी नाचे रे, होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे.....
गौरा जी को देख देख गणपति जी को मन हर्षावे रे,
भोले जी को देख देख गणपति को मन हर्षावे रे,
तो झांझ मंजीरा लेकर रिद्धि सिद्धि नाचे रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे.....
बैठ मोर पे कार्तिक रंग गुलाल उड़ावे रे,
तो नंदी और मूषक के संग में गण भी नाचे रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे.....
भर भर केसर की पिचकारी भोले जी ने मारी रे,
तो फागुन की मस्ती भीगे दुनिया सारी रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे.....
श्रेणी : शिव भजन
होली खेले भोलेनाथ लिरिक्स Holi Khele Bholenath Bhajan Lyrics, Shiv Bhajan, Bholenath Bhajan, Holi Khele Bholenath Hindi Bhajan
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।