गौरा मैया की भोले से शिकायत है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
घोटत घोटत दुखे हाथ भांग घुटावे तू दिन रात,
भोले सुन ले मेरी बात,
गई मायके तो लौट के न आत है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
गोरा करे क्यों तकरार झगड़ा तेरा है बेकार,
भांग में घोटत थोड़ा प्यार,
तू पिला दे तो मजा आई जात है,
मेरी क्यों न घोटी जात है,
गौरा मैया की भोले से शिकायत है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
अरे बात बात पे मांगे भांग लेली तूने मेरी जान,
बिक जावेगा घर ये मकान,
अपनी अमा से करनी शिकायात है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
गौरा मैया की भोले से शिकायत है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
मान ली गौरा तोरी बात ना करियो तू मोरी शिकायत,
कान पकड़ के जोडू हाथ,
‘मनोज पागल’ भी गोरा जी के साथ है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
गौरा मैया की भोले से शिकायत है,
तेरी भांग अब न घोटी जात है,
श्रेणी : शिव भजन
गौरा मैया की भोले से सिकात है - Shivratri Special Bhajan - Sweta, Saini Manoj Pagal - Shiv Vivah
गौरा मैया की भोले से शिकायत है लिरिक्स Gaura Maiya Ki Bhole Se Shikayat Hai Lyrics, Shiv Bhajan, by Saini Manoj Pagal Ji, Shiv Vivhà
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