फुलाँ दा बनाया तेरा हार शेराँवालीये लिरिक्स Phullan Da Banaya Tera Haar Bhajan Durga Bhajan
न मैं कवि, न गायक, न भगत पुरा,
किसे कला दा ना कलाकार हाँ मैं ।
बुद्दिहीन, मस्कीन, मैं दीन दाती,
वड्डा सारेयाँ तोँ गुनहगार हाँ मैं ॥
तेरे चरणा दी चाहना धूल दाती,
भुख्खा मान दा, न साहुकार हाँ मैं ।
केवल जोश दीदार दा दिल अंदर,
तेरे सेवकाँ दा सेवादार हाँ मैं ॥
बोलो सच्चे दरबार की जय...
फुलाँ दा बनाया तेरा हार शेराँवालीये,
गोदी च बिठाके देदे प्यार शेराँवालीये।
भगत ध्यानू ने ध्यान तेरा लाया सी,
कट्टे होए घौङे दा माँ शीश मिलाया सी,
शहन्शाह दा तोङेेया अहँकार शेराँवालीये
गोदी च बिठाके देदे प्यार शेराँवालीये।
शिवा जी ने देश सेवा लई वर मंगेया,
शक्ति ने चौला ओंदा केसरी सी रंगेया,
दित्ती ओदे हथ तलवार शेराँवालीये,
गोदी च बिठाके देदे प्यार शेराँवालीये ।
चंडी रूप धार के तू दुष्टाँ नू सी मारेया,
श्रद्दा जिदी तेरे ते तू औंदा बेङा तारेया,
सबनाँ लई खुल्ला तेरा द्वार शेराँवालीये,
गोदी च बिठाके देदे प्यार शेराँवालीये ।
श्रेणी : दुर्गा भजन
Phullan Da Banaya Tera Haar (Narinder chanchal)
फुलाँ दा बनाया तेरा हार शेराँवालीये लिरिक्स Phullan Da Banaya Tera Haar Bhajan, Durga Bhajan by Narendra Chanchal Ji
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