ओ मैया जी कृपा करो
ओ मैया जी किरपा करो मेरे अवगुण चित ना धरो,
ओ मैया जी विनती सुनो मेरी विपदाये दूर करो,
हाथो में पतवार धरो बीच भवर से पार करो,
ओ मइयां जी किरपा करो....
तुझे पे ही आसार है तू करदे एक इशारा,
जो तू चाहे पलट जाये समय की बहती धारा,
उल्जी लड़ियाँ खोल दे बिखरी कड़ियाँ खोल दे,
मुझपे माँ उपकार करो मेरी अर्ज पे ध्यान धरो,
ओ मैया जी किरपा करो....
शरण तेरी अर्ज मेरी हास की ज्योत जली है,
किरपा तेरी हुई जब भी तो हर मुश्किल टली है,
ये साथ न छुटे आये संकट शन में हरो,
अंधेरो को दूर करो,
ओ मैया जी विनती सुनो....
श्रेणी : दुर्गा भजन
ओ मैया जी, आपकी दया से हर मुश्किल आसान हो जाती है। आपका नाम लेते ही मन में विश्वास जगता है और हर संकट हल्का महसूस होता है। आपकी कृपा से समय की हर धारा बदल सकती है, और बिखरी ज़िंदगी की कड़ियाँ जुड़ सकती हैं।
आपके चरणों में जो भी अपनी विनती लेकर आता है, उसका जीवन उजालों से भर जाता है। आपके हाथों में पतवार है, और आप ही हर डगमगाती नैया को पार लगाती हैं।
हे जगत जननी, हर भक्त की पुकार सुनकर उसके जीवन में आनंद और शांति का संचार कर दें। आपके बिना ये संसार अधूरा है, आपकी छत्रछाया में ही जीवन का असली अर्थ मिलता है। आपकी कृपा से ही अंधकार मिटता है और जीवन नई राह पकड़ता है। ओ मैया जी, हम पर अपनी कृपा बनाए रखें।