मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तुम तो रहती हो ऊँचे पहाड़ों में
जब तेरा बुलावा आता है
मन पंछी बन उड़ जाता है
जाने कैसा जादू भरा, इन पहाड़ों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
यह तो कटरा है, हम यहाँ आये हैं
अर्जी हमने माँ को लगा दी है
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
बाण गंगा की यह जो धारा है
कितने भगतों को इसने तारा है
कैसा जादू भरा इसकी धारों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
हाथी मत्था है, हम यहाँ आये हैं,
हमने जैकारा माँ का लगाना है
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरे द्वारे पे जो भी आता है
झोली भर्ती है और मुस्कुराता है
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरे द्वारे पे हम भी आएं हैं
तेरा दर्शन मिले इन पहाड़ों में,
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
ज़र्रे ज़र्रे में चाँद तारे हैं,
तेरी ज्योति में लिश्कारे हैं
तेरा नूर नूरानी सितारों में,
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरी चुनरी है माँ, बड़ी प्यारी है माँ
ऐसी चुनरी न देखी हज़ारों में,
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरा भवन है माँ, बड़ा प्यारा है माँ
दुनिया का एक नज़ारा है माँ
ऐसा भवन न देखा हज़ारों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरी बिंदिया है माँ, बड़ी प्यारी है माँ
बड़ी प्यारी है माँ, बड़ी न्यारी है माँ
ऐसी बिंदिया ना देखी हज़ारों में,
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
तेरे भगत हैं माँ, पड़े प्यारे हैं माँ
ऐसे भगत न देखा हज़ारों में
मैया दिल मेरा खो गया इन पहाड़ों में
कौन दुनिआ में माँ का सांई है
इस हकीकत की क्या कहानी है
नूर तेरा है चाँद सितारों में,
मैया दिल मेरा खो गया तेरे पहाड़ों में
बनके फरयादी जो भी आता है
भाग खुलते हैं मुस्कुराता है
बटती है मुरादे हज़ारों में,
मैया दिल मेरा खो गया तेरे पहाड़ों में
श्रेणी : दुर्गा भजन
Maiyya Dil Mera Kho Gaya
"तेरे भगत हैं माँ, पड़े प्यारे हैं माँ" यह भजन माँ दुर्गा के प्रति श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है। इस भजन में भक्त माँ के दर पर आकर अपनी मुसीबतों से राहत और सुख की प्राप्ति की कामना करते हैं। "मैया दिल मेरा खो गया तेरे पहाड़ों में" इस वाक्य के माध्यम से भजनकार ने माँ के पर्वतीय धाम में खो जाने की भावना को व्यक्त किया है। इस भजन में माँ की महिमा और कृपा का अनुभव किया जाता है, जिससे भक्तों को शांति और मानसिक शांति मिलती है।
इस भजन में माँ के प्रति समर्पण और विश्वास को स्पष्ट रूप से महसूस किया जा सकता है, जो जीवन में कठिनाईयों के बावजूद भक्तों को हर संकट से उबारने का आश्वासन देता है। यह भजन विशेष रूप से दुर्गा पूजा या अन्य धार्मिक अवसरों पर गाया जाता है, जहाँ भक्त माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।