दुनियां में सकराय के जैसा नहीं लिरिक्स Duniya Me Sakray Ke Jaisa Nahi Hindi Bhajan Lyrics
जय माँ रुद्राणी ब्रम्हाणी की !!
भक्तों ! राजस्थान की धरती पर एक ऐसा पावन पुण्य स्थान है, जहां
माँ शाकम्भरी 'सौम्य अर्थात ब्रम्हाणी' एवं ' रूद्र अर्थात रुद्राणी ' के
दिव्य दो रूपों में विराजमान हैं | धन्य है सकराय की धरती जहां माँ
शाकम्भरी स्वरूपा "ब्रम्हाणी - रुद्राणी" के दर्शन होते हैं |
दुनियां में सकराय के जैसा नहीं और कोई दरबार मिले,
इक माँ मिलती बड़ी मुश्किल से, यहां दो-दो माँ का प्यार मिले |
दुनियां में सकराय के जैसा नहीं और कोई दरबार मिले |
इक मेरी माँ ब्रम्हाणी है, दूजी मईया रुद्राणी है |
इक मेरी माँ ब्रम्हाणी है, दूजी मईया रुद्राणी है |
माँ तेरी शरण में आकर के हमें शाकम्भरी परिवार मिले |
भगतों की रक्षा करने को दो-दो चुनड़ी लहराती है,
भगतों की रक्षा करने को दो-दो चुनड़ी लहराती है,
दो-दो चुनड़ी के पल्ले से धन-दौलत का भण्डार मिले |
हे जगदम्बे तेरे दर्शन को शंकर त्रिपुरारी तरस रहे,
हे जगदम्बे तेरे दर्शन को शंकर त्रिपुरारी तरस रहे,
अहो भाग्य ये हम भगतो का है, यहाँ दो माँ का दीदार मिले |
इक माँ मिलती बड़ी मुश्किल से, यहां दो-दो माँ का प्यार मिले |
दुनियां में सकराय के जैसा नहीं और कोई दरबार मिले |
दुनियां में सकराय के जैसा नहीं और कोई दरबार मिले |
श्रेणी : दुर्गा भजन
2017 Shakambari Mata Bhajan // Duniya Me Sakray Jaisa By Saurav Madhukar // Sakray Dham
दुनियां में सकराय के जैसा नहीं लिरिक्स Duniya Me Sakray Ke Jaisa Nahi Hindi Bhajan Lyrics, Durga Bhajan by Saurav Madhukar Ji
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