पंखिड़ा ओ उड़ न जाना पावा गढ़ रे लिरिक्स Pankhida O Udh Na Jana Pawa Ghda Re Lyrics Durga Bhajan
पँखिडा ओ पँखिडा पँखिडा ओ पँखिडा॥
पँखिडा तु उड़ ने जाना पावागढ़ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे।
म्हारी महाकाली से जईने कीजो गरबो रमे रे॥॥
म्हारा गाँव का सुतार भाई बेगा आवो रे,
म्हारी महाकाली केलिये सुंदर बाजोट लाओ रे,
अच्छा लाओ सुंदर लाओ जल्दी आओ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे॥॥
म्हारा गाँव का बजाज भाई जल्दी आवो रे,
म्हारी महाकाली के लिये सुंदर चुँदडी लाओ रे,
अच्छी लाओ सुंदर लाओ जल्दी आओ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे॥॥
म्हारा गाँव का लीलहार भाई बेगा आवो रे,
म्हारी महाकाली केलिये सुंदर चुड़िया लाओ रे,
अच्छी लाओ सुंदर लाओ जल्दी आओ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे॥॥
म्हारा गाँव का सुनार भाई जल्दी आवो रे,
म्हारी महाकाली के लिये सुंदर पायल लाओ रे,
अच्छी लाओ सुंदर लाओ जल्दी आओ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे॥॥
म्हारा गाँव का कुम्हार भाई बेगा आवो रे,
म्हारी महाकाली के लिये सुंदर गरबा लाओ रे,
अच्छा लाओ सुंदर लाओ जल्दी आओ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे॥॥
पँखिडा ओ पँखिडा पँखिडा ओ पँखिडा॥
पँखिडा तु उड़ ने जाना पावागढ़ रे,
महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे।
म्हारी महाकाली से जईने कीजो गरबो रमे रे॥॥
श्रेणी : दुर्गा भजन
पंखिड़ा ओ उड़ न जाना पावा गढ़ रे
पंखिड़ा ओ उड़ न जाना पावा गढ़ रे लिरिक्स Pankhida O Udh Na Jana Pawa Ghda Re Lyrics, Mata Rani Ji Ke Bhajan
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।