बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में
बरसे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में,
होली में श्याम होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में.....
रंग देखन लक्ष्मी जी आई,
बिंदिया हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में....
रंग देखन गौरा जी आई,
माला हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में....
रंग देखन सीता जी आई,
मेहंदी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में....
रंग देख दुर्गा जी आई,
चुंदड़ी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में....
रंग देखन राधा जी आई,
चुनरी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में....
रंग देखन को पड़ोसन आई,
भूल गई सब काम,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में......
श्रेणी : कृष्ण भजन
बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली मे |Barse Rang Gulal Shyam Teri Holi Mein | Upasana Mehta|Holi Bhajan
होली का त्योहार विशेष रूप से भगवान श्री कृष्ण के प्रति भक्ति और रंगों के उल्लास को मनाने का समय होता है। इस भजन में श्याम की होली का उल्लास व्यक्त किया गया है, जहाँ हर रूप में रंगों की बहार छाई हुई है। इस भजन में लक्ष्मी जी, गौरा जी, सीता जी, दुर्गा जी और राधा जी के रंग बदलते हुए रूपों का वर्णन किया गया है, जो श्याम की होली में सम्मिलित हो रही हैं।
रंगों से सजी हुई यह होली भक्तों के दिलों में शांति और प्रेम का संदेश देती है। भजन के हर बोल में प्रेम और भक्ति की गहराई छिपी हुई है, जो हर भक्त को श्री कृष्ण की भक्ति में रंगीनी महसूस कराती है। यह भजन न केवल होली के उल्लास को व्यक्त करता है, बल्कि भक्तों को श्याम के प्रेम में भी रंग देता है।