रे मन हरि सुमिरन कर लीजे लिरिक्स Re Man Haari Sumiran Kar Leeje Lyrics

रे मन हरि सुमिरन कर लीजे लिरिक्स Re Man Haari Sumiran Kar Leeje Lyrics,Krishna Bhajan





रे मन हरि सुमिरन करि लीजे।

हरि को नाम प्रेमसों जपिये,
हरि रस रसना पीजै ।
हरि गुन गाइय, सुनिये निरंतर,
हरि-चरनन चित दीजै।
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे....

हरि-भगतन की सरन ग्रहन करि,
हरि सँग प्रीत करीजै ।
हरि-सम हरि जन समुझि मनहिं मन,
तिनकौ सेवन कीजै।
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे.....

हरि केहि बिधिसों हमसों रीझै,
सो ही प्रश्न करीजै ।
हरि-जन हरिमारग पहिचानै,
अनुमति देहिं सो कीजै।
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे.....

हरि हित खाइये, पहिरिये हरिहित,
हरिहित करम करीजै ।
हरि-हित हरि-सन सब जग सेइय,
हरिहित मरिये जीजै।
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे.....



श्रेणी : कृष्ण भजन




रे मन हरि सुमिरन कर लीजे लिरिक्स Re Man Haari Sumiran Kar Leeje Lyrics,Krishna Bhajan @MostPopular [Full HD] Lyrics In Hindi








Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।

Harshit Jain

आपका स्वागत है "Yt Krishna Bhakti" में, जहां आपको भगवान से जुड़ी जानकारी, मधुर भजन, इतिहास और मंत्रों का अद्भुत संग्रह मिलेगा। मेरा नाम "Harshit Jain" है, और इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको भगवान के भजन, उनके इतिहास, और उनके मंत्रों के बोल उपलब्ध कराना है। यहां आप अपने पसंदीदा भजनों और गायक के अनुसार भजन खोज सकते हैं, और हर प्रकार की धार्मिक सामग्री प्राप्त कर सकते हैं। आओ, इस भक्ति यात्रा में हमारे साथ जुड़े और भगवान के नाम का जाप करें।

🎯 टिप्पणी दें

आपको भजन कैसा लगा हमे कॉमेंट करे। और आप अपने भजनों को हम तक भी भेज सकते है। 🚩 जय श्री राम 🚩

Previous Post Next Post