नैनन में श्याम समाए गयो मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो लिरिक्स Nainan Mein Shyam Samaaye Gayo Mohe Prem Ka Rog Lagaye Ga Lyrics
नैनन में श्याम समाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ।
लुट जाउंगी श्याम तेरी लटकन पे,
बिक जाउंगी लाल तेरी मटकन पे ।
मोरे कैल गरारे भाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
मर जाउंगी काहन तेरी अधरन पे,
मिल जाउंगी तेरे नैनन पे ।
वो तो तिर्शी नज़र चलाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
बलिहारी कुंवर तेरी अलकन पे,
तेरी बेसर की मोती छलकन पे ।
सपने में कहा पत्राए गायो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
पागल को प्यारो वो नंदलाला,
दीवाना भाए है जाके सब ग्वाला ।
वो तो मधुर मधुर मुस्काये गायो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
श्रेणी : कृष्ण भजन
नैनन में श्याम समाए गयो मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो लिरिक्स Nainan Mein Shyam Samaaye Gayo Mohe Prem Ka Rog Lagaye Ga Lyrics, Krishna Bhajan
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