श्याम मिजाजी आजा रे
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
श्याम मिजाजी आजा रे,
लख दातार कुहावे है तू,
दातारि दिखला जा रे,
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
जद जद माह पर आफत आवे तू संताप मिटावे है,
दीन दुखी दरवाजे आवे मन वँचित फल पावे है,
इसी लिए तो दुनिया तने जगत सेठ बतलावे है,
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
आस लगा कर बेठ्या है मैं श्याम धनि इब आवे गो,
कुछ न कुछ मेहर करे गो कुछ न कुछ फरमावे गो,
रख देवे गो हाथ ओ सिर पर चरना से लिपटा वे गो,
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
नजर दया की कर दे इब तो म्हारो हिवड़ो खिल जा सी,
रुकी पड़ी है जीवन गाडी बी का चका हिल जा सी,
बिनु बोले दर्शन देदो माने सब कुछ मिल जा सी,
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
श्रेणी : खाटु श्याम भजन
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