मैं दुखिया नीर बहाता तू बैठा मौज उड़ाता लिरिक्स Main Dukhiya Neer Bahata Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Sanjay Ji Mittal
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज उड़ाता,
कुछ तो सोच विचार रहम कर,
कुछ तो सोच विचार रहम कर,
दीनानाथ कुहाता, कुहाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
ध्रुव प्रहलाद सुदामा जैसी,
धीर कहाँ से लाऊं,
प्राणी हूँ कलिकाल का भगवान,
हर पल धीर गवाऊं,
जैसा भी पर सेवक तेरा,
जैसा भी पर सेवक तेरा,
काहे इसे लजाता, लजाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
कष्ट अनेकों सहता गया मैं,
लेकर नाम तुम्हारा,
भूल गए क्यों नाथ पूछते,
कभी तो हाल हमारा,
दुखियों के हो सखा टूट गया,
दुखियों के हो सखा टूट गया,
क्या मुझसे ही नाता जी, नाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
आना हो तो आ बेदर्दी,
अब तो सहा ना जाएं,
तेरे रहते कष्ट सताए,
कैसी साख निभाए,
फिर ना कहना नहीं पुकारा,
फिर ना कहना नहीं पुकारा,
कैसे कष्ट मिटाता, ओ मिटाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
जो गती होगी नाथ सहूँगा,
और भला क्या चारा,
तेरे बस में हम पर तुझ पर,
चले ना जोर हमारा,
नंदू सह ले श्याम सुमर ले,
नंदू सह ले श्याम सुमर ले,
मनवा धीर बंधाता बंधाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज उड़ाता,
कुछ तो सोच विचार रहम कर,
कुछ तो सोच विचार रहम कर,
दीनानाथ कुहाता, कुहाता,
मैं दुखिया नीर बहाता,
तू बैठा मौज़ उड़ाता।
श्रेणी : खाटु श्याम भजन
मैं दुखिया नीर बहाता तू बैठा मौज उड़ाता लिरिक्स Main Dukhiya Neer Bahata Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Sanjay Ji Mittal
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