माँ चंद्रघंटा जी की आरती आरती Maa Chandraghanta Ji Ki Aarti, Aarti Sangrah
जयति जय चंद्रघंटा,
माँ जयति जय चंद्रघंटा,
तुम्हरे नाम का बजता,
तुम्हरे नाम का बजता,
सृष्टि में डंका,
माँ जयति जय चंद्रघंटा,
जयति जय चंद्रघंटा,
माँ जयति जय चंद्रघंटा,
तुम्हरे नाम का बजता,
तुम्हरे नाम का बजता,
सृष्टि में डंका,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
दस भुजा मात के सोहे,
खड़क खपर धारी,
माँ खड़क खपर धारी,
घंटा माथे विराजे,
घंटा माथे विराजे,
अर्धचंद्र कारे,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
सिंह वाहिनी बेवे,
दानव संघारे,
माँ दानव संघारे,
छवि अनुपम है मैया,
छवि अनुपम है मैया,
शक्ति अवतारे,
माँ जयती जय चंद्रघंटा।
धर्म की रक्षक जननी,
पाप का अंत करे,
माँ पाप का अंत करे,
देख के शक्ति माँ की,
देख के शक्ति माँ की,
काल भी स्वयं डरे,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
घंटा शंख में दंग माँ,
तेरे दर बाजे,
माँ तेरे दर बाजे,
हीरे मोती पन्ने,
हिरे मोती पन्ने,
चरणों में राजे,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
श्रद्धा भक्ति से जो भी,
मैया को ध्याता,
मेरी मैया को ध्याता,
भक्त वो मन वांछित फल,
भक्त वो मन वांछित फल,
मैया से पाता,
माँ जयती जय चंद्रघंटा।
नवदुर्गो में मैया,
तिजा तेरा स्थान,
माँ तिजा तेरा स्थान,
तीजे नवरात्रि को,
तीजे नवरात्रि को,
भक्त धरे तेरा ध्यान,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
तीजे नवरात्रि को माँ,
व्रत जो तेरा धारे,
माँ व्रत जो तेरा धारे,
सिद्ध कामना होती,
सिद्ध कामना होती,
भव निधि से तारे,
माँ जयती जय चन्द्रघंटा।
हाथ जोड़कर विनती,
हैं इतनी माता,
हैं इतनी माता,
भक्ति अपनी देना,
भक्ति अपनी देना,
और ना कुछ चाहता,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
माँ चंद्रघंटा जी की आरती,
जो कोई गावे,
माँ जो कोई गावे,
कहत शिवानंद स्वामी,
कहत शिवानंद स्वामी,
मन वांछित फल पावे,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
जयति जय चंद्रघंटा,
माँ जयति जय चंद्रघंटा,
तुम्हरे नाम का बजता,
तुम्हरे नाम का बजता,
सृष्टि में डंका,
माँ जयति जय चंद्रघंटा।
श्रेणी : आरती संग्रह ( माँ चंद्रघंटा आरती )
माँ चंद्रघंटा जी की आरती आरती Maa Chandraghanta Ji Ki Aarti, Aarti Sangrah, Singer : Avinash Karn
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