लड्डू गोपाल लाई वृन्दावन धाम से Laddoo Gopal Laai vrindavan Dham Se Lyrics
रिश्ता मैं जोड़ आई राधे और श्याम से,
लड्डू गोपाल लाई वृन्दावन धाम से,
इस दुनिया से मैने युहीं झूठी प्रीत लगाई,
मिला ना मुझको भाई
लड्डू लाल को बना लिया है,मैंने अपना भाई,
मैं भी चलूंगी इसकी ऊँगली को थाम के,
लड्डू गोपाल लाई.......................
बाँके बिहारी की थी ऐसी झांकी अज़ब निराली,
मोटी-मोटी आँखें इनकी बिन काजल के काली,
अमृत की बूंदें छलकें अखियों के ज़ाम से,
लड्डू गोपाल लाई.......................
सजधज कर जब श्याम सलोना मुरली मधुर बजाए,
चाँद-सितारे इसे निहारें "पाल" तेरे गुण गाए,
चलती है अपनी नईया इनके ही नाम से,
लड्डू गोपाल लाई.......................
लड्डू गोपाल लाई वृन्दावन धाम से Laddoo Gopal Laai vrindavan Dham Se Lyrics
rishta main jod aai radhe aur shyaam se,
laddoo gopaal lai vrindavan dhaam se,
is duniya se maine yuheen jhoothi preet lagai,
mila na mujhako bhai
laddoo laal ko bana liya hai,
mainne apana bhai,
main bhee chaloongi isaki
ongali ko thaam ke,
laddoo gopaal lai.......................
banke bihari ki thi aisi
jhaanki azab niraali,
mote-mote aankhen inaki bin
kaajal ke kaali,
amrt kee boonden chhalaken akhiyon
ke zaam se,
laddoo gopaal lai.......................
sajdhaj kar jab shyaam salona
murali madhur bajae,
chaand-sitaare ise nihaaren "paal"
tere gun gae,
chalati hai apani naeeya inake hi
naam se,
laddoo gopaal lai.......................
श्रेणी : कृष्ण भजन
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