जिस रंग में राखे साईंया
जिस रंग में राखे साईंया उसी रंग में रहना,
सुख में इसको भूल न जाना,
दुःख आये तो ना गभराना,
सुख दुःख सहते रहना उसी रंग में रहना,
जिस रंग में राखे साईंया ......
डूब रही हो तेरी नैंयाँ आये ना आये बनके खवैया,
मत भर लेना नैना उसी रंग में रहना,
जिस रंग में राखे साईंया ....
लेखा जोखा सबका रखता एक दिवस सबको है परख ता,
याद हमेशा रखना उसी रंग में रहना,
जिस रंग में राखे साईंया ....
वो चाहे तो भीख मंगाए,
वो चाहे तो तकत बिठाये,
मुख से कुछ न कहना उसी रंग में रहना..
श्रेणी : साई भजन
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