आरती घालीन लोटांगण हिंदी लिरिक्स Ghalin Lotangan Aarti Lyrics गणेश आरती Ganesh Aarti
घालीन लोटांगण, वंदीनचरण।
डोळ्यांनीपाहीनरुपतुझें।
प्रेमेंआलिंगन, आनंदेपूजिन।
भावेंओवाळीन म्हणेनामा।।१।।
त्वमेवमाताचपितात्वमेव।
त्वमेवबंधुक्ष्च सखात्वमेव।
त्वमेवविध्याद्रविणं त्वमेव।
त्वमेवसर्वंममदेवदेव।।२।।
कायेनवाचामनसेंद्रीयेव्रा,
बुद्धयात्मनावाप्रकृतिस्वभावात।
करोमियध्य्तसकलंपरस्मे,
नारायणायेति समर्पयामि।।३।।
अच्युतंकेशवं रामनारायणं,
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम।
श्रीधरं माधवंगोपिकावल्लभं,
जानकीनायकं रामचंद्रभजे।।४।।
हरेरामहरराम, रामरामहरेहरे।
हरेकृष्णहरेकृष्ण, कृष्णकृष्णहरेहरे।
श्रेणी : आरती संग्रह ( गणेश भजन )
आरती घालीन लोटांगण हिंदी लिरिक्स Ghalin Lotangan Aarti Lyrics गणेश आरती Ganesh Aarti
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।