बहती हैं अखियों से धार
कालजो धड़के मेरो,
और कुम्हलावे देह,
आँखड़ली झुर झुर बहवे,
ज्यूँ सावण रो मेह।
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
आ जाओ साँवरे,
हम तो हारे हारे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे।।
नदियाँ का पानी बाबा,
चढ़ने लगा है,
दिल मेरा जोर से धड़कने लगा है,
थाम लो कन्हैया आके,
मेरी नांव रे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
आ जाओ साँवरे,
हम तो हारे हारे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे।।
फेर के जो तू मुंह बैठा,
बात ना बनेगी,
नाम की तुम्हारी बाबा,
साख ना बचेगी,
राख ले तू नाम की अपने,
पत साँवरे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
आ जाओ साँवरे,
हम तो हारे हारे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे।।
आप पे ही सांवरे,
जीवन का दारमदार है,
देर ना करो, आ जाओ,
दीन की पुकार है,
कमल का सहारा अब तो,
तू ही श्याम रे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
आ जाओ साँवरे,
हम तो हारे हारे,
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे.....
श्रेणी : खाटु श्याम भजन
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।