अरुनोदय की पावन बेला
अरुनोदय की पावन बेला पर,
मंगल मन हो जाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये॥
गोकुल ग्वारिन दधि बिलोवे,
आवो श्याम पुकारे,
दर्श दिखावो माखन खावो,
दर्श दिखावो माखन खावो,
जाके कहाँ छुपा रे,
ओ मतवारी श्याम तिहारी,
गोपी तुझे बुलाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये,
अरुनोदय की पावन बेला पर,
मंगल मन हो जाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये॥
तान सुनी जिसने मुरली की,
उसका भाग्य है जागा,
तान सुनी जिसने मुरली की,
उसका भाग्य है जागा,
तोड़ के झूठे नाते जग क,
हरी चरनन में लागा,
गैया ग्वाले झूम उठे है,
यमुना भी लहराए,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये,
अरुनोदय की पावन बेला पर,
मंगल मन हो जाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये॥
डाल डाल पर पंछी चहके,
कर नाम का सुमिरन,
मंदिर मंदिर घंटी बाजे,
मंदिर मंदिर घंटी बाजे,
ओ नारायण अर्जुन,
श्याम कलश है अमृत जल का,
मन माहि चल पाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये,
अरुनोदय की पावन बेला पर,
मंगल मन हो जाये,
ऐ प्रभात की बेला कान्हा,
तोरी मधुर सुनाये,
तोरी मधुर सुनाये॥
श्रेणी : कृष्ण भजन
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