मेरी करुणामयी सरकार मिला दो ठाकुर से इक बार
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से इक बार
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने वाली
गोलोक के ठाकुर प्यारे, तीन लोक के ठाकुर प्यारे,
तेरे लिए ब्रज धाम पधारे ।
के कृष्ण लीला की सार,
मिला दो ठाकुर से इक बार
कृपा करो...
तू ही मोहन तू ही राधा,
तुझ बिन मोहन आधा आधा, राधा राधा ।
नंदनंदन प्राण आधार,
मिला दो ठाकुर से इक बार
कृपा करो...
मेरा सोया भाग्य जगा दे,
हे श्यामा मोहे श्याम मिला दे, राधे राधे श्याम मिला दे ।
तेरे वश में है नंदकुमार,
मिला दो ठाकुर से इक बार
कृपा करो...
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